भारत सरकार ने देश के विकास और आम जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए समय-समय पर अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की हैं। ये योजनाएं सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, कृषि और ऊर्जा जैसे विभिन्न क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई हैं। इनका उद्देश्य देश के हर वर्ग तक लाभ पहुंचाना है, खासतौर पर गरीब, किसान, महिला, बुजुर्ग, छात्र और बेरोजगारों को मुख्यधारा से जोड़ना।
इस लेख में हम भारत की प्रमुख सरकारी योजनाओं की सूची पर चर्चा करेंगे, साथ ही PM Kisan और Kusum Yojana जैसी विशेष योजनाओं को विस्तार से समझेंगे।
1. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan)
PM Kisan Yojana किसानों के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई एक ऐतिहासिक योजना है। इसकी शुरुआत वर्ष 2019 में की गई थी, जिसका उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
मुख्य विशेषताएं:
- पात्र किसानों को ₹6000 प्रति वर्ष तीन किस्तों में दिए जाते हैं।
- यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर होती है।
- अब तक करोड़ों किसानों को इसका लाभ मिल चुका है।
- इसका उद्देश्य खेती-किसानी के खर्च में सहायता देना है।
लाभ:
- किसानों को आर्थिक सुरक्षा मिलती है।
- सीधी DBT (Direct Benefit Transfer) प्रणाली से पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।
- यह योजना किसानों की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है।
2. कुसुम योजना (Kusum Yojana)
कुसुम योजना यानी Kisan Urja Suraksha evam Utthaan Mahabhiyan किसानों को सौर ऊर्जा से जुड़ी सुविधाएं प्रदान करने की एक प्रमुख योजना है।
मुख्य उद्देश्य:
- किसानों को सोलर पंप और सौर ऊर्जा उपकरणों के लिए सब्सिडी प्रदान करना।
- खेती के लिए सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराना।
- अतिरिक्त ऊर्जा को ग्रिड में बेचने की अनुमति देना।
लाभ:
- डीजल और बिजली पर निर्भरता कम होती है।
- किसानों की ऊर्जा लागत घटती है।
- पर्यावरण की रक्षा होती है और टिकाऊ विकास को बल मिलता है।
3. प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY)
यह योजना 2015 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य हर परिवार को पक्का घर प्रदान करना है।
प्रमुख बिंदु:
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लागू।
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS), निम्न आय वर्ग (LIG), और मध्यम वर्ग (MIG) को लक्षित किया गया है।
- सब्सिडी के साथ घर खरीदने के लिए लोन की सुविधा।
4. आयुष्मान भारत योजना
आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है।
मुख्य विशेषताएं:
- प्रत्येक परिवार को सालाना ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा।
- गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा।
- पूरे देश में लगभग 25,000 अस्पताल इससे जुड़े हैं।
5. उज्ज्वला योजना (PMUY)
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने के लिए 2016 में शुरू की गई थी।
लाभ:
- धुएँ से मुक्त खाना पकाने की सुविधा।
- महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर बनाना।
- पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना।
6. सुकन्या समृद्धि योजना
यह योजना बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का हिस्सा है। इसका उद्देश्य बालिकाओं की शिक्षा और भविष्य की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
मुख्य बिंदु:
- 10 वर्ष से कम आयु की बेटी के नाम पर खाता खोला जा सकता है।
- आकर्षक ब्याज दर और टैक्स में छूट।
- मैच्योरिटी पर बेटी को पूर्ण राशि मिलती है।
7. प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY)
यह योजना वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई थी।
लाभ:
- हर नागरिक को बैंक खाता उपलब्ध कराना।
- खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि की आवश्यकता नहीं।
- ₹2 लाख तक का दुर्घटना बीमा कवर।
8. मनरेगा (MGNREGA)
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में रोज़गार उपलब्ध कराने की योजना है।
मुख्य बिंदु:
- प्रत्येक ग्रामीण परिवार को साल में 100 दिन का रोजगार।
- पारदर्शी प्रक्रिया के तहत मजदूरी सीधे खाते में भेजी जाती है।
- ग्रामीण आधारभूत ढांचे का विकास भी होता है।
9. स्टैंड-अप इंडिया योजना
इस योजना का उद्देश्य अनुसूचित जाति/जनजाति और महिलाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करना है।
लाभ:
- ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक के लोन की सुविधा।
- नया कारोबार शुरू करने में सहायता।
- आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को साकार करना।
10. अटल पेंशन योजना
यह योजना असंगठित क्षेत्र के कामगारों को वृद्धावस्था में वित्तीय सुरक्षा देने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
मुख्य बातें:
- 18 से 40 वर्ष की आयु के लोग इसमें शामिल हो सकते हैं।
- मासिक योगदान के अनुसार ₹1000 से ₹5000 तक की पेंशन।
- सरकार द्वारा सह-योगदान की सुविधा भी उपलब्ध।
सरकारी योजनाओं का समाज पर प्रभाव
इन योजनाओं का देश के विभिन्न वर्गों पर गहरा प्रभाव पड़ा है:
- कृषि क्षेत्र – PM Kisan जैसे कार्यक्रमों ने किसानों को आर्थिक और तकनीकी रूप से सशक्त बनाया है।
- महिला सशक्तिकरण – उज्ज्वला योजना, सुकन्या समृद्धि योजना ने महिलाओं को स्वस्थ, सुरक्षित और स्वावलंबी बनाया है।
- स्वास्थ्य – आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं ने लाखों लोगों को इलाज के खर्च से मुक्ति दिलाई है।
- शिक्षा और वित्त – जन धन योजना और स्कॉलरशिप योजनाओं से गरीब बच्चों को शिक्षा से जोड़ा गया है।
चुनौतियाँ और सुधार की दिशा
- हालाँकि सरकार ने अनेक योजनाएं चलाई हैं, लेकिन कुछ बाधाएं अब भी बनी हुई हैं:
- जागरूकता की कमी – ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से लोग योजनाओं की जानकारी से वंचित हैं।
- दस्तावेज़ी प्रक्रियाएं – कई बार पात्र व्यक्ति दस्तावेज़ों के अभाव में योजना का लाभ नहीं ले पाता।
- भ्रष्टाचार और बिचौलिए – योजनाओं के लाभ वितरण में पारदर्शिता की कमी रहती है।
सुधार सुझाव:
- डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा दिया जाए।
- ग्राम स्तर पर सूचना केंद्र स्थापित किए जाएं।
- योजनाओं की निगरानी और सोशल ऑडिट की प्रक्रिया को अनिवार्य बनाया जाए।